नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु बोले- ड्रीमलाइनर 787 के 8 विमानों की जांच हो चुकी, बाकी की जांच होगी
बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं कि AAIB द्वारा पूरी जांच के बाद क्या परिणाम या रिपोर्ट सामने आएगी

Dreamliner 787 planes : केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू किंजरापु ने शनिवार को कहा कि नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने भारतीय विमान बेड़े में मौजूद बोइंग ड्रीमलाइनर 787 श्रृंखला के विमानों की जांच का समय बढ़ाने का आदेश जारी किया है।
उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि 8 विमानों की पहले ही जांच हो चुकी है और तत्काल सभी विमानों की जांच की जाएगी। केंद्रीय उड्डयन मंत्री आज नई दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू किंजरापु ने कहा, “पिछले दो दिन बहुत मुश्किल भरे रहे हैं। अहमदाबाद एयरपोर्ट के पास हुई दुर्घटना से पूरा देश स्तब्ध है। इस दुर्घटना में अपने प्रियजनों को खोने वाले सभी परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है।” उन्होंने कहा कि मैं व्यक्तिगत रूप से घटनास्थल पर गया था, ताकि देख सकूं कि क्या किया जाना चाहिए, क्या सहायता प्रदान की जानी चाहिए और यही गुजरात सरकार का रवैया था। भारत सरकार और मंत्रालय के अन्य लोगों का भी यही रवैया था। जब हम घटनास्थल पर पहुंचे, तो हमने देखा कि सभी संबंधित विभागों की टीमें ज़मीन पर काम कर रही थीं, जो भी संभव हो, बचाव करने की कोशिश कर रही थीं, आग को कम करने और मलबे को हटाने की कोशिश कर रही थीं, ताकि शवों को जल्द से जल्द अस्पताल भेजा जा सके।
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो को तुरंत सक्रिय किया गया, जिसे विशेष रूप से विमानों के आसपास होने वाली घटनाओं, दुर्घटनाओं की जांच करने के लिए बनाया गया था। AAIB के माध्यम से हो रही तकनीकी जांच से एक महत्वपूर्ण अपडेट कल शाम 5 बजे के आसपास घटनास्थल से ब्लैक बॉक्स की बरामदगी है। AAIB टीम का मानना है कि ब्लैक बॉक्स की डिकोडिंग गहराई से जानकारी देने वाली है कि दुर्घटना की प्रक्रिया के दौरान या दुर्घटना से पहले के क्षणों में वास्तव में क्या हुआ होगा, इसकी जानकारी। हम इस बात का भी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं कि AAIB द्वारा पूरी जांच के बाद क्या परिणाम या रिपोर्ट सामने आएगी।
राम मोहन नायडू किंजरापु ने कहा कि हमारे देश में सुरक्षा के बहुत सख्त मानक हैं, जब यह घटना घटी, तो हमें लगा कि बोइंग 787 सीरीज में भी विस्तृत निगरानी की जरूरत है। DGCA ने भी 787 विमानों की विस्तृत निगरानी करने का आदेश दिया है। आज हमारे भारतीय विमान बेड़े में 34 विमान हैं। मेरा मानना है कि 8 विमानों की पहले ही जांच हो चुकी है और तत्काल सभी विमानों की जांच की जाएगी।
केंद्रीय मंत्री ने आगे बताया कि एयर इंडिया को यात्रियों के परिवारों को हर संभव तरीके से सहायता प्रदान करने की प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि डीएनए परीक्षण से पुष्टि के बाद शव संबंधित परिवारों को सौंपे जा रहे हैं और उम्मीद है कि यह प्रक्रिया जल्द ही पूरी हो जाएगी। उन्होंने कहा, “अपनी जान गंवाने वाले लोगों की कहानियां देखना बहुत ही हृदय विदारक है, हमने एयर इंडिया को निर्देश दिया है कि वह यात्रियों के परिवारों को हरसंभव सहायता प्रदान करने की प्रक्रिया को सुगम बनाए। एक तरफ डीएनए परीक्षण भी हो रहा है ताकि शवों की पहचान की जा सके और उन्हें संबंधित परिवारों को दिया जा सके।”
उन्होंने कहा कि गुजरात सरकार इसके साथ समन्वय कर रही है। डीएनए परीक्षण की पुष्टि होने के बाद शवों को संबंधित परिवारों को सौंप दिया जाएगा और हम उम्मीद कर रहे हैं कि यह प्रक्रिया भी जल्द से जल्द पूरी हो जाएगी लेकिन दस्तावेज़ीकरण और प्रक्रिया का पालन करना होगा।
ज्ञात हो, 12 जून को लंदन के गैटविक जा रहा AI-171 बोइंग ड्रीमलाइनर 787-8 विमान अहमदाबाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। एयरलाइंस ने कहा कि विमान में सवार 242 लोगों में से केवल एक ही दुर्घटना में बच पाया।
वहीं दूसरी ओर एयर इंडिया के विमान AI-171 के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारणों की जांच के लिए सरकार ने एक उच्च स्तरीय समिति बनाई है। यह समिति कई क्षेत्रों के विशेषज्ञों को शामिल करके गठित की गई है।