
कोरबा। डा. चरणदास महंत (Dr. Charandas Mahant) को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने से यह स्पष्ट हो गया है कि वे लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगे। पूर्व में इसकी संभावना जताई जा रही थी कि डा. महंत कोरबा लोकसभा सीट पुनः चुनाव लड़ सकते हैं।
वर्तमान में उनकी पत्नी ज्योत्सना महंत कोरबा से सांसद हैं। चार माह बाद लोकसभा के चुनाव होने हैं। वैसे डा. चरणदास महंत 2009 में कोरबा से सांसद के तौर पर नेतृत्व कर चुके हैं। वे मनमोहन सरकार में केन्द्रीय राज्यमंत्री भी थे।
अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या ज्योत्सना महंत को कांग्रेस फिर से रिपीट करेगी? ज्योत्सना महंत कोरबा से दोबारा चुनाव लड़ना चाहेंगी या नहीं? महंत परिवार से करीब से जड़े लोगों की मानें तो ज्योत्सना स्वास्थ्यगत कारणों से चुनाव लड़ने की इच्छुक नहीं हैं।
कोरबा लोकसभा के लिए अब तक तीन चुनाव हुए हैं। 2009 में डा. चरणदास महंत ने चुनाव जीता था। 2019 में उनकी पत्नी को इस सीट से जीत मिली। 2014 का चुनाव डा. महंत 4262 मतों के अंतर से भाजपा के डा. बंशीलाल महतो से हार गए थे। 2018 के विधानसभा चुनाव में डा. महंत ने सक्ती से जीत हासिल की और कांग्रेस सरकार में विधानसभा अध्यक्ष बने। पार्टी के सत्ता से बाहर होने के बाद वे विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाए गए हैं। सक्ती से उन्होंने फिर से चुनाव जीता है।
नेता प्रतिपक्ष दायित्व मिलने के बाद इसकी संभावना खत्म हो चुकी है कि वे लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे। यदि ज्योत्सना महंत भी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ती हैं तो ऐसी स्थिति में देखना यह होगा कि पार्टी किसे टिकट देती है।