National NewsFeatured

पहलगाम आतंकी हमला : सरकार और सुरक्षा तंत्र की नाकामी!, पड़ोसी मुल्क को मुंहतोड़ जवाब मिलेगा?

पहलगाम में हुए आंतकी हमले में 27 निर्दोष पर्यटकों की मौत ने पूरे देश को झकझोर दिया है

Pahalgam terror attack (IP News Desk) : मंगलवार, 22 अप्रेल को पहलगाम में हुए आंतकी हमले में 27 निर्दोष पर्यटकों की मौत ने पूरे देश को झकझोर दिया है। भारत के लोग भारी गुस्से में हैं और मोदी सरकार से उम्मीद लगाए बैठे हैं कि कायरतापूर्ण हमले के लिए जिम्मेदार पड़ोसी मुल्क को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा और बैसरन वैली में घुसने वाले आतंकवादियों को जहन्नुम का रास्ता दिखाया जाएगा।

इधर, सरकार और सुरक्षा तंत्र पर कुछ सवाल भी उठ रहे हैं। आंतकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति आखिर दम कैसे तोड़ रही है। 27 मार्च को कठुआ में हुए आंतकी हमले के बाद 7- 8 अप्रेल को देश के गृह मंत्री ने जम्मू कश्मीर की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया था और 22 अप्रेल को चंद आतंकवादी 27 पर्यटकों को गोलियों से भून देते हैं।

आतंकवादियों ने इतनी बड़ी घटना को यूं ही अंजाम नहीं दिया है। योजनाबद्ध तरीके से यह हमला हुआ है। प्रश्न यह है कि इंटेलिजेंस एजेंसियां को इसकी भनक कैसे नहीं लगी?

कश्मीर में पर्यटकों की तादाद में हर साल इजाफा हो रहा है। पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी सरकार और उसकी सुरक्षा पर भरोसे के कारण हुई है। विकास के कार्य मसलन बेहतर कनेक्टीविटी ने भी देशभर के लोगों को कश्मीर की ओर आकर्षित किया है। ऐसे में खुफिया विभाग को कहीं अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता थी। पहलगाम की घटना ने कश्मीर की ओर रुख करने वालों को चिंता में डाल दिया है। कायरतापूर्ण वाला यह कृत्य जम्मू कश्मीर की अर्थव्यवस्था पर भी चोट पहुंचाएगा।

धारा 370 के अनुच्छेद 35ए को निष्क्रिय करने के बाद दावे किए गए थे कि इसके साथ ही आतंकवाद भी दफन हो जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। सीमापार से आतंकवादी गतिविधियां जारी है, बल्कि टारगेटेड किलिंग की घटनाएं बढ़ गईं हैं।

जम्मू कश्मीर में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद चुनाव तो करा लिए गए पर इसे पूर्ण राज्य का दर्जा नहीं दिया गया। मुख्यमंत्री से ज्यादा लेफ्टिनेंट गर्वनर के पास कंट्रोल है।

पहलगाम हमले ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार पर भी उंगली उठाई है। पुलवामा हमले में आरडीएक्स कहां से आया, इसका जवाब आज तक नहीं मिल सका है, किंतु भारत की जनता इसका उत्तर चाहती है कि पहलगाम की घटना कैसे हुई।

Related Articles

Back to top button